Nami Danam Che Manzil Bood - Amir Khusro
Dhoom - 3's famous track 'Kamli' featuring Katrina Kaif uses a Persian word 'Nami Danam' which means " I don't know" . That word was used by famous Sufi Poet Amir Khusro in this poem also. I am translating it into English as well as easy to understand Urdu (In Devnagri script).
नमी दानम चे मंज़िल बुद शब् जाए के मन बुदम,ब हरसू रक़्स-ए-बिस्मिल बुद शब् जाए के मन बुदम।
परी पैकर निगार-ए-सर्व कदे लाला रुकसारे,सरापा आफत-ए-दिल बुद शब् जाए के मन बुदम।
रक़ीबन गोश-बर-आवाज़,ओ-दर नाज़-ओ-मन तरसा,सुख़न गुफ़्तन के मुश्किल बुद शब् जाए के मन बुदम।
ख़ुदा ख़ुद मीर-ए-मजलिस बुद अंदर लामकां ख़ुसरो,मोहम्मद शम्मा-ए-महफ़िल बुद शब् जाए के मन बुदम।
कल रात मुझको ख़बर नहीं,मैं जहाँ मौजूद था,हर ओर बीमार-ए-इश्क़ थे,रात मैं जहाँ मौजूद था।
उस बुलंदी पर चेहरा-ए-मेहबूब रोशन था,बना वो आफ़त-ए-दिल था,रात मैं जहाँ मौजूद था।
उनकी आवाज़ को सुनने जहाँ हर एक तरसा था,मैं ख़ामोश सहमा था,रात मैं जहाँ मौजूद था।
उस मकां पर ख़ुद ख़ुदा मेहमां-ए-मजलिस था, ऐ ख़ुसरो !मुहम्मद शम्मा-ए-महफ़िल थे,रात मैं जहाँ मौजूद था।
I don't know where I was present last night,
All around were victims of love,where I was present last night.
My beloveds face was shining on those heights,
He was calamities of hearts,where I was present last night.
Where everyone was starved to listen to his voice,
I was nervous, silent, where I was present last night.
God himself was the master of ceremonies in that place,O Khusro!
And Mohammad was shedding light,where I was present last night.
More information about this poem: Simplifying Nami Danam Che