सिपाही (Soldier)
क्यों भूल जाते हैं उन्हें हम जो सरहदों पर लड़ते हैं? वो भी तो इंसान है,वो ही क्यों मरा करते हैं? Why we forget those fighting on the borders? They too are human,why only they were killed?
छोड़ अपना घर ,ज़मीं, ना लाएं आँखों में नमी, हस्ते-हस्ते वो जवान, देश पर दे देते हैं जान, Leave their home,their land, For nation they stand, With smile a plenty, Give their life for country,
क्यों दो आंसू भी उनपर ना बहते हैं? वो भी तो इंसान है,वो ही क्यों मरा करते हैं? Why for them no tears are spilled? They too are human,why only they were killed?
बर्फ हो या हो मरुस्थल, डटे रहते हैं वो हर पल, वो मुश्किलों से झुजते होते हैं, तब हम चैन से सोते हैं, Whether it's glaciers or deserts, They keep standing on outskirts, When they face trouble bravely, Then we sleep peacefully,
क्यों उनके लिए थोड़ा भी समय नहीं दे पाते हैं? वो भी तो इंसान है,वो ही क्यों मरा करते हैं? Why for them not even few minutes were spend? They too are human,why only they were killed?
दुनिया में अमन लाने के लिए, आतंकवाद जड़ से मिटाने के लिए, दुश्मन को सबक सिखाने के लिए, राजनीति को चलाने के लिए, To bring peace to the world, To remove terrorism from world, To teach lesson to enemy, To run politics cleverly,
क्यों अपने स्वार्थ को वो जंगों में उतारे जाते हैं? वो भी तो इंसान है,वो ही क्यों मरा करते हैं? Why for self gain they were send to battlefield? They too are human,why only they were killed?
युद्ध कराए जाते हैं, हत्यार सजाए जाते हैं, सिपाही की क़ुरबानी को, मैदान बनाए जाते हैं, Wars are staged, Weapons are arranged, For sacrifice of soldiers, Battlefields are made,
क्यों मिलकर नहीं हत्यार मिटाए जाते हैं? वो भी तो इंसान है,वो ही क्यों मरा करते हैं? Why not come together to get weapons removed? They too are human,why only they were killed?